अर्जुन की छाल के फायदे - arjun ki chhal ke fayde hindi me
अर्जुन की छाल के फायदे एवम् औषधीय उपयोग - Arjun ki chhal ke fayde evam aushdhiye upyog :
अक्सर लोग जानना चाहते है कि अर्जुन की छाल का काढ़ा कैसे बनाए, बहुत आसान तरीका है इसे बनाने का, चलिए आपको अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाने की विधि बताते हैं ।
अर्जुन की छाल का काडा ( arjun ki chhal ka kadha ) बनाने की की विधि
अर्जुन की छाल को सूखा कर चूर्ण बना कर रख ले । 250 ग्राम दूध में 250 ग्राम पानी मिला कर धीमी आंच पर पकाये, फिर इसमें एक चम्मच अर्जुन का चूर्ण डाल कर उबले, जब पक कर आधा रह जाए तो इसे उतार लें। जब यह पीने लाायक हो जाएं तो छान कर रोगी को पिलाएं । इससे सारे हृदय रोग ठीक हो जाते है। और हार्ट अटैक का खतरा नहीं रहता।
- अर्जुन के पेड़ की छाल के चूर्ण कप्पड़ छान किया हुआ का प्रभाव इंजेक्शन से भी अधिक होता है। इस चूर्ण को जीभ पर रख कर चूसते ही रोग कम हो जाता है । यह प्रयोग बहुत ही लाभकारी होता है । हृदय की धड़कन तेज हो व नाड़ी की गति धीमी हो तो इस नुस्खे को रोगी की जीभ पर रखने से ही नाडी में शक्ति पैदा हो जाती है । इस प्रयोग का फायदा स्थाई होता है ।
अर्जुन के छाल के उपयोग एवम् फायदे - Arjun chhal benefits in hindi:
1. हृदय के रोग में अर्जुन की छाल के फायदे - arjun ki chaal for heart blockage:
- अर्जुन की छाल हृदय की शीतलता, सूजन, हृदय का बढ जाने, आदि बहुत से हृदय रोग में लाभकारी होता है।
- अर्जुन का पेड़ हृदय की शीतलता में तथा उससे होने वाली दर्द में लाभ करता है इसके लिए अर्जुन छाल के चूर्ण की 5 से 10 ग्राम मात्रा को गुड़ व दूध के साथ पका कर रोगी को पिलाने से शोथ का बडना रुक कर शीतलता दूर हो जाती है ।
हार्ट अटैक हो जाने पर अर्जुन का पेड़ की छाल का 40 मिली लीटर काढ़ा सुबह शाम सेवन करने से हृदय की शक्ति बढ़ती है । अर्जुन दिल के लिए टॉनिक का काम करता है, पूरे लाभ के लिए गाय के दूध में काडा बनाकर सेवन करना आवश्यक है । इस इस छीर पाक विधि से लेने से हृदय की तेज धड़कन व पीड़ा, घबराहट खत्म हो जाती है ।
2. हृदय की धड़कन में अर्जुन छाल के फायदे -arjun chhal ke fayde hindi me
- अर्जुन का पेड़ की छाल का बारीक चूर्ण की एक चम्मच की मात्रा को एक कप मलाई रहित दूध के साथ नियमित रूप से सुबह शाम सेवन करने से हृदय के अनेक रोगों में लाभ मिलता है । इस अर्जुन की चाय से हृदय की कमजोरी दूर होती है, हृदय बलवान होता है व दिल की धड़कन ठीक हो जाती है ।
यदि हृदय की धड़कन बहुत बड़ जाए तो एक चम्मच अर्जुन पेड़ की छाल का चूर्ण को एक गिलास टमाटर के रस में मिलाकर पीने से शीघ्र ही धड़कन समान्य हो जाती है । इसका सेवन कुछ दिन नियमित रूप से करना है।
- गेहूं का आटा 20 ग्राम ले कर इसको 30 ग्राम गाय की घी में भुने जब यह गुलाबी हो जाए तो इसमें 3 ग्राम अर्जुन की छल का चूर्ण व मिश्री 40 ग्राम तथा 100 ग्राम पानी डाल कर पकाएं जब हलुआ तैर हो जाए तो इसका सेवन नित्य सुबह करे । इसका सेवन करने से धड़कन, घबराहट, व हृदय की पीड़ा में आराम मिल जाता है ।
- Arjun ki Chaal के चूर्ण से बना हलुआ उच्च रक्तचाप में भी फायदेमंद है । उच्च रक्तचाप के कारण हृदय में जो सूजन हो जाती है, उसको भी दूर करता है ।
अर्जुन की छाल के अन्य फायदे-arjun ki chaal ke fayde in hindi
1. मुहपाक में अर्जुन की जड़ के फायदे - Arjun ki jad ke fayde in hindi:
2. कान दर्द में अर्जुन के पत्ते के फायदे - arjun ke patte ke fayde
3. बादी के रोग में अर्जुन की जड़ के फायदे - Arjun ki jad ke fayde
4. रक्त अतिसार में अर्जुन की छाल का चूर्ण - arjun ki chhal ka churn
5. चोट में अर्जुन की जड़ के चूर्ण के फायदे - arjun ki jad ke churn ke fayde
6. टूटी हड्डी जोड़ने में अर्जुन की छाल का उपयोग - arjun ki chaal uses
अर्जुन के चूर्ण को फांकने से और ऊपर से दूध पीने से टूटी हुई हड्डी जुड़ जाती है। चूर्ण को पानी के साथ मिलकर लेप करने से भी दर्द में फायदा मिलता है। अर्जुन की छाल का बारीक चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में दिन में तीन समय एक कप दूध के साथ एक महीने तक सेवन करने से टूटी हुई हड्डी मजबूत होती है।
7. रक्त प्रदर में अर्जुन की छाल के फायदे - arjun chhal benefits in hindi
अर्जुन की छाल का चूर्ण एक चम्मच,1 कप दूध में उबालकर पकाएं, आधा शेष रहने पर थोड़ी मात्रा में मिश्री मिलाकर सेवन करें, इसे दिन में 3 बार लें।8. मुंह के छाले में अर्जुन की छाल के चूर्ण के फायदे - arjun ki chaal ke fayde
अर्जुन की छाल के चूर्ण को नारियल के तेल में मिलाकर मुंह के छालों पर लगाने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।
9. पेशाब में धातु को दूर करने में अर्जुन की छाल का चूर्ण के फायदे
अर्जुन की छाल को कूटकर 2 कप पानी के साथ उबालें, जब एक चौथाई शेष रह जाए तो उसे छानकर रोगी को सेवन दे। इसके 2-3 बार के सेवन से पेशाब खुलकर होने लगेगा तथा पेशाब के साथ धातु का आना भी बंद हो जाता है।
10. ताकत को बढ़ाने के लिए अर्जुन की छाल - arjun ki chal ke fayde in hindi
अर्जुन की छाल का चूर्ण ताकतवर होता है तथा अपने लवण-खनिजों के कारण हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है। दूध तथा गुड़, के साथ जो अर्जुन की छाल का पाउडर नियमित रूप से लेता है, उसे हृदय रोग, जीर्ण ज्वर, रक्त-पित्त कभी नहीं होता और वह लंबी आयु जीता है।
11. हार्ट फेल में अर्जुन की छाल का चूर्ण - arjun ki chhal ka churn
12. पेट दर्द में अर्जुन छाल के फायदे - arjun ki chaal ke fayde in hindi
अर्जुन की छाल 1/2 चम्मच, एक चुटकी भुनी-पिसी हींग और स्वादानुसार नमक मिलाकर सुबह-शाम गर्म पानी के साथ लेने से पेट के दर्द, और पेट की जलन में फायदा होता है।
13. टी.बी. की खांसी में अर्जुन का चूर्ण- arjun ka churn
अर्जुन की छाल के चूर्ण में वासा के पत्तों के रस को एक साथ उबाल देकर दो-तीन ग्राम की मात्रा में शहद, मिश्री या गाय के घी के साथ मिलकर चटने से टी.बी. की खांसी जिसमें कफ में खून आता हो ठीक हो जाता है।
14. बादी के रोग में अर्जुन के पेड़ की जड़ के फायदे - arjun ke ped ki jad ke fayde
15. रक्तपित्त अर्जुन की छाल के फायदे - arjun ke chhal ke fayde hindi me
अर्जुन पेड़ की छाल दो चम्मच को रात्रिभर पानी में भिगो कर रखें, सुबह उसको मसल छान कर या उबाल लें उसका काढ़ा पीने से रक्तपित्त में लाभ होता है। रक्तपित्त या खून की उल्टी में अर्जुन के पेड़ की छाल के बारीक चूर्ण की दस ग्राम मात्रा को दूध में पका कर खाने से आराम आता है ।
16. कुष्ठ रोग में अर्जुन की छाल के चूर्ण के उपयोग - arjun ki chhal ka churn ke upyog
कुष्ठ रोग में अर्जुन की छाल का चूर्ण चम्मच चूर्ण पानी के साथ सेवन करने से एवं इसकी छाल को पानी में घिसकर लेप बनाकर त्वचा पर लगाने से कुष्ठ रोग में फायदा होता है।